इस्लाम धर्म में नमाज़ पढ़ना कब से शुरू हुआ?
इस्लाम धर्म में नमाज़ हिजरत( इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम ने मक्का से मदीने को अल्लाह के हुक्म से जो यात्रा की वह हिजरत है) से 5 साल पहले (इस्रा और मेराज ) की रात को फ़र्ज़ हुई थी, नमाज़ का हुक्म इस्लाम के शुरुआती दिनों में (वुजूब) था. फिर 5 समय की फ़र्ज़ हो गयी.
शुरू में हर महीने 3 दिन के उपवास का हुक्म दया गया था , इसी तरह 2 रकत दोपहर और 2 रकत शाम को हुक्म दया गया था, फिर बाद में 1 महीने के रोज़े और 5 समय की नमाज़ फ़र्ज़ हो गयी
(तफ़्सीर तबरी)
Hi, dear if you think that this article is good and advantageous so kindly comment and share. Thanks